कांग्रेस ने नोटबंदी पर बड़ा दावा करते हुए कहा है कि नोटबंदी के ऐलान से कुछ घंटे पहले ही आरबीआई ने मोदी सरकार की दलीलों को नकार दिया था. कांग्रेस ने कहा कि 26 महीने बाद आरटीआई के जरिये उस बैठक का ब्यौरा सामने आया है.
कांग्रेस ने कहा है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की तरफ से दलीलें खारिज होने के बावजूद मोदी सरकार ने जबरदस्ती नोटबंदी लागू की थी . RBI के केंद्रीय बोर्ड की बैठक के विवरण का हवाला देते हुए कांग्रेस ने कहा कि नोटबंदी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कालेधन पर अंकुश लगाने सहित जो कारण गिनाए थे, उन्हें केंद्रीय बैंक ने इस कदम की घोषणा से कुछ घंटे पहले ही नकार दिया था, इसके बावजूद नोटबंदी का फैसला थोपा गया.
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड के बारे में आरटीआई से मिली जानकारी का हवाला देते हुए कहा, 'लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार बनी तो नोटबंदी के बाद कर चोरी के लिए पनाहगाह माने जाने वाली जगहों पर पैसे ले जाने में असामान्य बढ़ोतरी और देश के बैंकों में असामान्य ढंग से पैसे जमा किए जाने के मामलों की जांच की जाएगी.'
जयराम रमेश ने दावा करते हुए कहा, ' 8 नवंबर, 2016 को रात आठ बजे नोटबंदी की घोषणा हुई. उसी से कुछ घंटे पहले आरबीआई के केंद्रीय बोर्ड की बैठक हुई. उस बैठक में क्या हुआ किसी को पता नहीं चला. RBI के गवर्नर रहते हुए उर्जित पटेल तीन बार संसद की समितियों के पास आए. तीनों बैठकों में उन्होंने ये नहीं बताया कि RBI की बैठक में क्या हुआ था? अब 26 महीने बाद आरटीआई के जरिये उस बैठक का ब्योरा सामने आया है.'
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